तेरी इच्छा पूरी हो जाये,
हाथों में तेरे जीवन है ये
मैं मिट॒टी हूँ, तू हे कुम्हार
मुझको उठा, मुझको ढाल।
अपनी मर्जी से मैं चलता रहा,
तुझको कभी अपना ना कहा,
लेकिन प्रभु आज से में,
तेरे क्र्स को ले लेता है
मुश्किलों के सागर में
नय्या मेरी डूब रही
खेवनहार यीशु तू ही है
आता हूँ मैं तेरे चरणों में।
जीवन मेरा तुम ही तो हो
साथी मेरा तुम ही बनो
मेरा आधार मेरी चट्टान
तुम ही तो थे तुम ही रहो।