तेरी आराधना करूं -2
पाप क्षमा कर जीवन दे,दे
दया की याचना करूॅ।
तू है महान सर्वशक्तिमान,
तू ही है मेरे जीवन का संगीत।
हृदय के तार छेड़े झंकार,
तेरी आराधना है मधुर गीत।
जीवन से मेरे तू महिमा पाये,
एक ही कामना करूॅ।
सृष्टि के हर एक कण कण में,
छाया है तेरी ही महिमा का राज ।
पक्षी भी करते है तेरी प्रशंसा,
हर पल सुनाते हैं आनन्द का राग।
मेरी भी भक्ति तुझे ग्रहण हो ,
हृदय से प्रार्थना करूॅ।
पति जीवन में ज्येति जल दे
तुझे ही से लगी है आशा मेरी।
पापमय तन को दूर हटा दे ,
पूर्ण हो अभिलाषा मेरी।
जीवन के कठिन दुखी क्षणों का ,
दृढ़ता से सामना करूॅ।