प्रभु का धन्यवाद करूँगा,
उसकी संगति में सदा रहूँगा।
साथ चलूँगा मैं,जय जरूर पाउँगा
प्रभु का धन्यवाद करूॅगा।
न देगी मझे, दुनिया कभी भी,
कोई सुख और शंाति आराम।
मेरे यीशु के साथ धन्य संगति में,
सदा मिलती खुशी मुझको।
मेरी जिन्दगी की हर परेशानी में,
खुल जाता है आशा का द्वार।
कभी न डरूँगा कभी न हटंूगा,
चाहे जान भी देना पडे़ ।
कितना अच्छा है वह कितना धन्य है वो,
यीशु ही मेरे जीवन का साथी।
मेरी जरूरतों को पूरा करता है वो,
कोई घटी नही मुझको।
मेरी आयु के दिन पग-पग में सदा,
तेरी सेवा को पूरी करूँगा।
एक बत्ती समान जलता रहँूगा,
तेरी महिमा मेरी कामना।