मेरे जीवन का मकसद तू हैं,
मेरे जीवन का कारण तू हैं ,
मैं जीऊं ,या मरूं बह तेरे लिये है तू मेरा प्रभु।
पिछला सब भूलकरॉ,मैं आगे दौड़ा चलूॅ
जो मेरे लिये धन था, उसको मैं त्याग दूॅ
की मैं पाऊं उससे पुरूसकारॉ,दौड़ा मैं जाॐ
मुझ पर हुई है कृपा,वेकार ना जाने दूॅ
जिसने मुझे है चुना ,उसकी ओर मैं बढूॅ
देखूं तेरी सलीब पर,खींचा मैं जाऊॅ