क्या दिन खुशी का आया,
रहमत का बादल छाया,
दुनिया का मुंजी आया
आ...हा...हाल्लेलूयाह।
जिब्राइल फरिश्ता आया,
पैगाम खुशी का लाया,
सब लोगों को सुनाया
आ...हा...हाल्लेलूयाह।
वह तीन मजूसी आए,
सोना, मुर्र, लोबान लाए,
यीशु को नज़र चढ़ाए
आ...हा...हाल्लेलूयाह।
और देखो गड़रिए आए,
भेडों के बच्चे लाए,
यीशु को भेंट चढ़ाए
आ...हा... हाल्लेलूयाह।
पूरब से निकला तारा,
जिसने मारा चमकारा,
रास्ते का हुआ सहारा,
आ...हा...हाल्लेलूयाह।