क्या चढाऊं नज़र तुझको
सब तो तेरा दान है
क्या चढाऊं नज़र तुझको
सब तो तेरा दान है
तेरी ही तो आत्मा और
तेरी हर सौगात है
क्या चढाऊं नज़र तुझको
तेरे चरणों में चढाऊं
अपने दुःख और सुख को
तेरी बरकत कृपा पाऊं
तेरी बरकत कृपा पाऊं
तू ही सबका नाथ है
खाली मन है खाली हाथ है
खाली मेरी झोली भी
खाली मन है खाली हाथ है
खाली मेरी झोली भी
हर ख़ुशी का दाता तू है
तेरे पास नजात है