खीष्ट मेरा वो सभों का
आओ नमन करें।
वो ही मेरा तारणहारा
आओ स्वुति करें।
वह राजाओं का राजा यीशु
अधिपति भूमण्ल का,
एक ही वैध इस धरती का
दाता चंगाई का।
वह हे दाता प्रेम शान्ति का,
अतुल्य आनन्द का दाता,
क्रूस पर चढ़कर, पाप मिटाकर,
जी उठा तारणहारा।
थके माँदे बोझ से दबे हुए,
आओ तुम भी आओ
यीशु देता आनन्द शान्ति,
जीवन का आराम।