जो सर्वोच्च प्रभु के आश्रय में
घर अपना बनाता है
वो सर्वशक्तिमान की छाया तले
सुकून से रहता है
वो सहारा तेरा, वही गढ़ है तेरा
वो ही तेरा खुदा वो भरोसा तेरा
अपने पंखों से घेर लेगा तुझे
अपने बाज़ू तले पनाह देगा तुझे
उसकी सच्चाई है ढाल और सिफर
सदा तुझे जो बचाता है।
जो सर्वोच्च प्रभु के आश्रय में
घर अपना बनाता है।
रात के भय से तू ना डरेगा
न दिन को उड़्ते हुये तीर से डरेगा
तेरे दोनों ओर हज़ारों गिरेंगे
लेकिन वो तेरे पास न आयेगा
वो सहारा...
गूर यहोवा के पनाह में रहोगे
हर मुसीबत से तुम तो बचोगे
अपने फ्रिश्तो को आदेश देकर
तेरी राहों पर वो रक्षा करेगा।
वो सहारा...