जब जब देखूँ,
तेरी सुन्दरता को
जब जब देखूँ,
फूल और पहाड़ को
जब जब देखूँ,
दरिया झरने को जब जब देखूँ, धरती आसमान को
मेरा दिल कहता हे,
तेरी महिमा हो (4)
जब जब आरऊँँ,
तेरे आसन के पास में
जब जब आऊँं,
तेरे पवित्र चरणों में
जब जब आर्ऊँ तेरे मंदिर में
जब जब आऊँं,
तेरे चेहरे के सामने
जब जब देखूँ
तेरे ही सामर्थ को
जब जब देखूँ,
तेरी ही महिमा को
जब जब देखूँ,
तेरी पवित्रता को
जब जब देखूँ,
तेरे असीम प्यार को