हे सर्वशक्तिमान राजाधिराजा,
स्वर्ग सिंहासन पर तू है विराजमान --(2)
चारों प्राणी, चैबीसों प्राचीन,
झुकते और करते प्रणाम --(2)
हे हमारे प्रभु, तू है परमेश्वर धन्य तेरा नाम --(2)
दस हज़ारों में तू है उत्तम,
सारी सृष्टि में सर्वोत्तम --(2)
सारी पृथ्वी पर तू है महाराजा
तेरा सिंहासन सदा बना रहेगा
हे हमारे प्रभु, तू है परमेश्वर धन्य तेरा नाम --(2)
स्तुति प्रशंसा में तू है महान,
कोई नहीं है तेरे समान --(2)
तेरी महाकरूणा क्या ही अनमोल है
तेरे प्रकाश के द्वारा हम प्रकाश पाते हैं
हे हमारे प्रभु, तू है परमेश्वर धन्य तेरा नाम --(2)