गुज़री ज़िन्दगी को जब
याद करता हूँ
आंसुओं के साथ
तुझे धन्य कहता हूँ-2
अब्बा तेरी जय हो,
राजा तेरी जय हो-2
मैं अनाथ भटका
और खोया हुआ था-2
ना रोना कहके मुझे गले लगाया-2
सारे विरोधों को करके दूर-2
हर समय स्तुति से रखा भरपूर-2
तकलीफ सहने की शक्ति तूने दी-2
जीवन की शुद्धता में रहनुमाई कौ-2
रोज़-रोज़ भोजन से तृप्त किया है-2
रोज़-रोज़ तन को मेरे तूने ढका है-2