ईश्वर को धन्य कहते,
जिसने बनाया हयको,
उसको प्रणाम करते,
जिसने रचाया हमको
सारी ही आशीषों को,
जो दी उसीने हमको,
तुम ही बताओ कैसे
हम भुल सकेंगे उनको।
तुफान कैसे उठते,
जीवन के सागरों में
गर यीशु उनको डाँटे
थम जायेंगे क्षणों में।
हमने तो यीशु अपना
जीवन तुझे दिया है
तेरे लहू से अपने
पापों को धो लिया है।
महिमा हो तेरी प्रभु जी
जमीन और आसमा में,
हर दिल तुझ ही को गाये,
हो सन्ना हालेलुया!