धन्य- धन्य तुझको
प्रभु हम कहते बारम्बार। (2)
अँधियारे जीवन में हमारे
प्रेम का दीप जलाया। (2)
पाप कपट दूर हुए
हृदय में तेज जगाया। (2)
तेरी होवे जय जयकार...
पर्वत तेरी शान बताते
सागर प्रेम तिहारा (2)
चाँद सितारों में जो देखा,
पाया रूप तिहारा (2)
सब जीवन के आधार...
कृपा दीन दयाल करो,
अब द्वार तिहारे आये। (2)
आत्मदान बलिदान करो
हम कब से आस लगाये। (2)
तेरी महिमा अपरम्पार