देखो वो क्रूस पर चढ़ा
लेकर हम सबक गुनाह
पिता का क्रोध सहा
दिल में लिया क्षमा (2)
उसको न पता था पाप क्या हे
खुद वो पाप बन गया
कि हम प्रभु की कृपा में
धर्मी बन सकें (2)
अपने आप को बली चढाकर
नियम को पूरा किया
कि जो प्रभु के पास आते
पूरा उद्धार करता है (2)