बैतलहम के गौशाले में, जीवन का उजियाला है
यहां स्वयं आकाश उतरकर इस धरती पर आया है
नभ में होती उसकी महिमा
दूतों की वाणी में गौरव
गाती हैं सागर की लहरें
यीशु जग में आया है
खोज रहा संसार जिसे था
युग-युग का संताप लिए
नवजीवन की आशा बनकर
जग का तारक आया है
क्यों होते मायूस ओ साथी
देख जगत अंधियारा
दुख चिंता सब दूर करेगा
जो मरियम का जाया है
गाओ मिलकर यीशु की जय
जय-जय यीशु मसीहा की
जो पापों से मुक्ति देने
जग में जन्म ले आया है