और कोई चाहत नहींयीशु राजातेरे बगैर तेरे बगैर
शरण हैं तेरे चरणचूँमू तेरे चरण।
तम में उजाला तूमुझको बचाता तू।
मुझपे रहम है कियारूप नया हे दिया।
चंगाई तूने दीशक्ति तूने दी।