आत्मा प्रभु का प्रेमी आत्मा प्रभु का
अभी तू आजा हमारे बीच में
अपनी आशीष उंडेल - 2
दलदल के कीच में से,
दया से निकाल हमें - 2
पाप हटाकर साफ कर दे
अपनी सामर्थ से - 2
प्रभु के सीने में मैं,
सिर रखके आराम पाऊँ - 2
प्यासा हूँ मैं तेरे प्रति
प्यास दिला मुझे और - 2
आत्मा के वरदानों से,
तृप्त कर तू मुझे - 2
जाग उठू मैं जलने पाऊँ
ज्योति चमका मुझमें - 2
जीवन दिया तू ने,
जीवन दिलाया मैं भी - 2
जीवन जल की नदियां मुझसे
बहने पाये जग में - 2