ऐ मेरे खुदा ऐ मेरे खुदा
तुझे दूढता हूँ दिन रात सदा
बंजर धरती और खुश्क ज़ञमी
जहाँ पानी नहीं ना कोई नमीं
रूह मेरी है प्यासी तेरे लिये
अभिलाषी जिस्म हे तेरे लिये।
तेरे पावन धाम को देखा है
तेरा जलवा क्या है देखा हे
जीवन से है बेहतर प्यार तेरा
होठों पे हर दम नाम तेरा
ता उम्र में तेरी सन्ना करू
में हाथ उठा के दुआ करूँ।
तुझे शाम ढले मैं याद करूँ
ता सुबह तेरा ध्यान करूँ
तू हरदम मेरा सहायक है
तेरे पंख तले तेरे गुणगान करूँ
मेरी लौ तुझसे ही लगी रहे
तेरा हाथ हमेशा साथ रहे