ए सोने वाले जाग, मुर्दों से जी उठ
मसीह का नूर तुझ पे चमकेगा
गौर करो कैसे जीते हो
आगे बढ़ो क्यों नादान बनते हो
वक़्त की कीमत को तुम जानो - २
और उसकी मर्ज़ी पहचानो - २
खुदा की रज़ा जान मुर्दों से जी उठ
मसीह का नूर तुझ पे चमकेगा
मय पी के मतवाला न हो
रूहे पाक से भरते जाओ
भजन सुनाओ गीत सुनाओ
और रूहानी गज़ले गाओ
हो उसका शुक्रिया मुर्दों से जी उठ
मसीह का नूर तुझ पे चमकेगा
येशु की राहों पर चलना
एक दूजे से प्यार है करना
प्यार है करना खुदा से डरना
एक दूजे के काबे रहना
हुआ है सब नया मुर्दों से जी उठ
मसीह का नूर तुझ पे चमकेगा
ए सोने वाले जाग, मुर्दों से जी उठ
मसीह का नूर तुझ पे चमकेगा