आराधना के योग्य है, मेरा येशु है – 2उसकी स्तुति मैं करूँ, चाहे जीउँ या मरूं – 2अपना तन और मन, चढ़ाऊँ मैं – 2सब समर्पित करूँ
आदर और प्रशंसा के, योग्य येशु है – 2पिता का बेटा, मेमना भी, और शेर येशु है – 2