आँखें हमारी खोलिए प्रभु जी,
तेरे ही दर्शन को हम निहारें। (2)
प्यारे प्रभु ने, आकर ज़्मीं पर
कैसे किया है, हमसे मिलन
क्या जाने कब हो तुझसे मिलन
हमको तू ऐसा प्रतिदिन बना।
गाएँगे हम तो तेरी महिमा
चाहे घटी हो, चाहे दुःख भी हो।
प्यारे प्रभु जी, तू ही खुदा हे
जाने तुझे यह दुनियाँ सारी।