अब तक मेरे जीवन में तू साथ रहा
अब तक मुझे अपने साथ चला रहा
शून्य से उठाकर मेरे जीवन को खडा किया
अब तक मेरे जीवन में तू साथ रहा
जब रोया हागार के समान में
भटकता रहा याकूब के समान में
जीवन का जल मुझे देकर मरुभूमि में
अब तक मेरे जीवन में तू साथ रहा - 2
प्रतिदिन की रोटी से तृप्त करता तू
धर्म के मार्ग में ले चलता तू
तेरी बुलाहट सुनकर तेरी सेवा करने में
अब तक मेरे जीवन में तू साथ रहा - 2
जब अकेला गैर जीवन में था
अपना सब कुछ छोड़ मैं भटकता था
अपने साथअपने घर का वायदा किया तूने
अब तक मेरे जीवन में तू साथ रहा - 2
आँसू दुःख निराशा मेरे जीवन के
सम्पूर्ण दूर होंगे मेरे जीवन से
संतो संग दूतों संग गाऊँगा प्रभु के गुण
अब तक मेरे जीवन में तू साथ रहा - 2